वो कहेंगे हम तुम काफ़िर हैं, सुबह के उजाले शातिर हैं!
आँखों में भरेंगे वो सोना, तुम मगर परेशान मत होना !
ख़ामोश सितारों के बीच बुने जज़्बात बचा कर रखना,
पलकों के किनारे फैली थी जो वो रात बचा कर रखना!
आँखों में भरेंगे वो सोना, तुम मगर परेशान मत होना !
ख़ामोश सितारों के बीच बुने जज़्बात बचा कर रखना,
पलकों के किनारे फैली थी जो वो रात बचा कर रखना!
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